मानसिक स्नान क्या होता है?
मानसिक स्नान एक आध्यात्मिक प्रक्रिया है, जिसमें व्यक्ति अपने मन और आत्मा को शुद्ध करने के लिए ध्यान, प्रार्थना और सकारात्मक विचारों का उपयोग करता है।
कुंभ मेले में जब शारीरिक रूप से स्नान करना संभव न हो, तो भक्त मानसिक स्नान कर सकते हैं। इसमें वे मन में गंगा, यमुना और सरस्वती नदियों के जल में स्नान करने की कल्पना करते हैं और भगवान का स्मरण करते हैं।
शास्त्रों के अनुसार, मानसिक स्नान का महत्व तब अधिक होता है जब कोई व्यक्ति अस्वस्थ हो या किसी कारणवश वास्तविक स्नान न कर सके। यह आध्यात्मिक शुद्धि और ईश्वर की कृपा प्राप्त करने का एक प्रभावी माध्यम है।
कुंभ मेला 2025 के दौरान संगम में पवित्र स्नान के लिए प्रयागराज जाने में असमर्थ लोगों के लिए, हम समाधान लेकर आए हैं - हमारी "मानसिक स्नान" सुविधा। बस अपनी छवि अपलोड करें, गंगा नदी पर ध्यान केंद्रित करें, आभासी डुबकी लगाएं और अनुभव के लिए प्रमाणपत्र प्राप्त करें!