छोटी लड़की का सपना
कहानी: एक छोटी लड़की मीराँ थी, जिसने हमेशा अपनी दादी से महाकुंभ मेला के बारे में सुना था। "यह वह जगह है जहाँ पूरा संसार एकत्र होता है," उसकी दादी कहतीं।
एक दिन, मीराँ का सपना सच हुआ, और वह अपने परिवार के साथ महाकुंभ मेला देखने प्रयागराज आई। मीराँ को वहाँ की भीड़, रंग-बिरंगे तंबू, सुंदर सजावट और मंत्रों की ध्वनि देखकर बहुत आश्चर्य हुआ। लेकिन उसे सबसे ज्यादा जो चीज़ प्रभावित करती थी, वह थी लोगों की आपस में दिखाने वाली दयालुता और प्रेम, चाहे वे किसी भी स्थान से आए हों।
मीराँ की माँ ने उसे समझाया कि महाकुंभ मेला सिर्फ आध्यात्मिक स्थल नहीं है। यह एक स्थान है जहाँ लोग एकत्र होते हैं, प्रेम बांटते हैं और एक-दूसरे के साथ शांति की कामना करते हैं।
मीराँ ने सीखा कि महाकुंभ मेला सिर्फ संस्कार और रीति-रिवाजों से नहीं जुड़ा है, बल्कि यह प्रेम और एकता का प्रतीक है।
सीख: प्रेम और एकता से दुनिया बदल सकती है।
The Little Girl's Dream
A little girl named Meera had always heard her grandmother speak of the Kumbh Mela. "It is a place where the world comes together," her grandmother would say. Meera dreamt of visiting the Kumbh one day.
And, sure enough, her wish did materialize when, along with family, she left to take part in Kumbh Mela, going to the sacred city of Prayagraj. The color of people and tents, decorative beauty, chanting of mantras, etc were shocking for Meera, but there was one thing that made it the most precious experience-the thing that she has never witnessed and that was pure love and goodness between everyone though they belong from different corners of the earth.
Her mother explained to Meera that Kumbh Mela is a place of unity. People come together to pray, meditate, and purify their souls. "It's not just about the rivers, Meera," her mother said, "it's about how we come together as one, sharing our dreams and hopes for a better world."
Meera returned home with a heart full of love, knowing that Kumbh Mela was a reminder of the importance of kindness and togetherness.
Moral: The power of unity and kindness can change the world.