15 अगस्त का उत्सव और उस दिन की गतिविधियाँ
15 अगस्त भारत का स्वतंत्रता दिवस है, जिसे पूरे देश में बड़े ही धूमधाम और गर्व के साथ मनाया जाता है। यह दिन हमें हमारे स्वतंत्रता सेनानियों के बलिदान और साहस की याद दिलाता है। 15 अगस्त 1947 को भारत को ब्रिटिश शासन से आज़ादी मिली थी, और तभी से हर साल यह दिन राष्ट्रीय पर्व के रूप में मनाया जाता है।
सुबह की शुरुआत
इस दिन की शुरुआत विशेष उत्साह और जोश के साथ होती है। लोग सुबह जल्दी उठकर नहा-धोकर साफ कपड़े पहनते हैं, जिनमें ज़्यादातर तिरंगे रंगों की झलक होती है। कई लोग अपने घरों और दुकानों पर तिरंगा झंडा फहराते हैं।
झंडारोहण और राष्ट्रगान
15 अगस्त का सबसे महत्वपूर्ण कार्यक्रम झंडारोहण है। प्रधानमंत्री लाल किले पर राष्ट्रीय ध्वज फहराते हैं और पूरे देश में सरकारी दफ्तरों, स्कूलों, कॉलेजों और संस्थानों में झंडा फहराया जाता है। झंडारोहण के बाद राष्ट्रगान गाया जाता है, जिससे देशभक्ति का वातावरण बन जाता है।
सांस्कृतिक कार्यक्रम
स्कूलों और कॉलेजों में इस दिन विशेष सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित होते हैं। बच्चे देशभक्ति गीत गाते हैं, नृत्य प्रस्तुत करते हैं और स्वतंत्रता सेनानियों पर आधारित नाटक पेश करते हैं। इन कार्यक्रमों का उद्देश्य नई पीढ़ी को स्वतंत्रता का महत्व समझाना होता है।
देशभक्ति गीत और भाषण
इस दिन टीवी, रेडियो और सोशल मीडिया पर देशभक्ति गीत गूंजते रहते हैं। नेता, शिक्षक और समाजसेवी स्वतंत्रता के महत्व और भविष्य की चुनौतियों पर भाषण देते हैं।
सामूहिक भोज और मिठाई वितरण
कई जगह सामूहिक भोज का आयोजन होता है। स्कूलों में बच्चों को मिठाई, लड्डू या टॉफ़ी दी जाती है। लोग अपने दोस्तों और पड़ोसियों के साथ मिलकर इस दिन का आनंद लेते हैं।
सजावट और तिरंगा थीम
इस दिन शहर और गाँव तिरंगे रंगों से सज जाते हैं। बाजारों में तिरंगे गुब्बारे, झंडे और बैज बिकते हैं। सोशल मीडिया पर लोग अपनी प्रोफ़ाइल तस्वीर को तिरंगा थीम में बदलते हैं।
देशभक्ति का संदेश
15 अगस्त केवल एक छुट्टी का दिन नहीं है, बल्कि यह दिन हमें देश के प्रति अपने कर्तव्यों की याद दिलाता है। यह हमें प्रेरित करता है कि हम अपने देश की प्रगति और एकता के लिए योगदान दें।