🕉️ सावन में भोलेनाथ की पूजा कैसे करें?
सावन का महीना भगवान शिव को समर्पित होता है। इस पवित्र महीने में श्रद्धालु व्रत रखते हैं, जलाभिषेक करते हैं और शिवलिंग पर बेलपत्र, दूध, दही, शहद आदि चढ़ाते हैं। जानिए कैसे करें सावन में भोलेनाथ की पूजा, और क्या है उसका महत्व।
🗓️ सावन का महत्व
हिंदू पंचांग के अनुसार, सावन (श्रावण) मास भगवान शिव का प्रिय महीना है। मान्यता है कि इस मास में पूजा करने से भगवान शिव जल्दी प्रसन्न होते हैं और भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूरी करते हैं।
🛕 पूजा कैसे करें? (Step-by-Step Puja Vidhi)
- स्नान करके शुद्ध वस्त्र पहनें: सुबह जल्दी उठकर स्नान करें और स्वच्छ वस्त्र पहनें।
- शिवलिंग की स्थापना: अगर घर में शिवलिंग है तो उसे साफ करके थाली में रखें।
- जलाभिषेक करें: गंगाजल, दूध, शहद, दही आदि से शिवलिंग का अभिषेक करें।
- पूजन सामग्री अर्पित करें: बेलपत्र, धतूरा, भांग, सफेद फूल, फल, मिठाई आदि चढ़ाएं।
- धूप-दीप जलाएं: दीपक और धूप से आरती करें।
- मंत्र जाप करें: "ॐ नमः शिवाय" का 108 बार जाप करें।
- प्रसाद वितरण: पूजन के बाद प्रसाद सभी को दें।
🔱 सावन के सोमवार व्रत
हर सोमवार को व्रत रखा जाता है जिसे सोमवार व्रत कहते हैं। महिलाएं विशेष रूप से अपने पति की लंबी उम्र के लिए व्रत करती हैं।
⚠️ सावधानियां (क्या न करें?)
- कांसे के बर्तन से जल न चढ़ाएं।
- तुलसी के पत्ते शिव जी को न चढ़ाएं।
- सोमवार व्रत में नमक और तेल न लें।
- झूठ बोलने और क्रोध करने से बचें।
🙏 निष्कर्ष
सावन में भोलेनाथ की सच्चे मन से की गई पूजा जीवन में सकारात्मकता, सुख-शांति और सफलता लाती है। इस महीने को आध्यात्मिक उन्नति और आत्मशुद्धि का समय मानें।